झबरेड़ा। इकबालपुर शुगर मिल में गन्ना पेराई कार्य बंद होने के बाद भी गन्ना कोल्हू में गन्ना दाम 380 प्रति कुंतल तक पहुंच गया लेकिन यह बढ़े हुए दाम चंद किसानों को ही मिल पाएंगे क्योंकि समय बड़े किसानों के पास कुछ गन्ना रुका हुआ है।
झबरेड़ा व ग्रामीण क्षेत्र में दर्जनों की संख्या में गन्ना कोल्हू चल रहे हैं झबरेड़ा कस्बा में भी गन्ना कोल्हूओं की संख्या काफी मात्रा में है इस समय गन्ना आवक कम होने से गन्ना दाम अचानक बढ़ गए हैं कस्बे में गन्ना दाम 370 से लेकर 380 तक प्रति कुंटल गन्ना ठेकेदारों द्वारा खरीदा जा रहा है किसानों का कहना है कि इस समय अधिकतर किसानों के खेतों में गन्ना नहीं रहा है क्षेत्र में चंद ही किसान जो बड़े किसान हैं उन्हीं के पास कुछ गन्ना रुका हुआ है गन्ना कोल्हू ठेकेदार रोहित सत्तार पटवारी अकरम मेहरबान सोनू पप्पू आदि का कहना है कि इस समय गुड के दाम भी बढ़ गए हैं गुड के दाम बढ़ने के बाद ही गन्ना दाम बढ़ाए गए हैं इस समय गन्ना आपूर्ति भी कम हो पा रही है इस समय क्षेत्र में चंद बड़े किसानों के पास ही गन्ना बच रहा है लगभग 80% किसान कई दिन पूर्व ही अपने गन्ने का समापन कर चुके हैं किसान यशवीर सिंह राजपाल सिंह बाबूराम भोला सिंह जयवीर सुलेमान आदि का कहना है कि केंद्र सरकार हमेशा से ही किसान विरोधी सरकार रही है जब तक किसानों के खेत में गन्ना खड़ा था उस समय गुड के दाम लगभग 2600 प्रति कुंतल के लगभग चल रहे थे लेकिन अब पूरा गुड व्यापारियों के यहां जमा होते ही गुड के दाम बढ़ाकर लगभग 3100 प्रति कुंटल कर दिए गए हैं यही कारण है कि इस समय गन्ना दाम में भी उछाल आ गया है छोटे व मध्यम किसान इस बड़े गन्ने दाम से वंचित रह गए हैं केंद्र सरकार को गन्ना पेराई सीजन शुरू होते ही गुड के दाम 3100 के लगभग रखने चाहिए थे जिससे सभी किसानों को उनके गन्ना दाम अच्छे मिल सकते थे।