

झबरेड़ा। भारतीय किसान क्लब राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी कटार सिंह द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित कर किसानों द्वारा उत्पादित अनाज तथा गुड शक्कर आदि से मंडी शुल्क पूरी तरह माफ करने की मांग की है।
भारतीय किसान क्लब अध्यक्ष चौधरी कटार सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों द्वारा उत्पादित अनाज तथा गुड शक्कर आदि प र मंडी शुल्क सरकार द्वारा ढाई प्रतिशत वसूला जा रहा है जबकि मंडी शुल्क अधिनियम 2021 के तहत मंडी शुल्क डेड प्रतिशत लेने का प्रावधान है उत्तर प्रदेश सरकार भी मंडी शुल्क डेड प्रतिशत ले रही है उत्तराखंड सरकार द्वारा किसानों द्वारा उत्पादित गुड तथा शक्कर पर मंडी शुल्क ढाई प्रतिशत वसूल कर रही है इसका सीधा बोझ किसानों के ऊपर पड़ रहा है उन्होंने बताया कि पूर्व में दिल्ली बॉर्डर पर किसानों द्वारा धरना प्रदर्शन दिया गया था उसे समय केंद्र सरकार द्वारा घोषणा की गई थी कि किसानों द्वारा उत्पादित फसलों पर कोई भी मंडी शुल्क नहीं लगेगा किसान अपनी इच्छा अनुसार अनाज तथा शक्कर आदि कहीं भी विक्रय कर सकते हैं लेकिन बाद में सरकारी द्वारा चुपके से मंडी शुल्क लेना शुरू कर दिया गया मंडी शुल्क अधिक होने से कुछ बड़े व्यापारी मंडी शुल्क व वसूलने वाले अधिकारियों से मिलकर मंडी शुल्क की चोरी भी कर रहे हैं मंडी शुल्क कम होने से मंडी शुल्क जो चोरी होता है उसे पर भी रोक लग सकेगी चौधरी ने कहा कि किसानों द्वारा उत्पादक गेहूं धान तथा अन्य अनाज व अन्य आदि से मंडी शुल्क हटाकर अपने उत्पाद को देश में कहीं भी बेचने की छूट सरकार को देनी चाहिए इससे कृषि उद्योग को जहां बढ़ावा मिलेगा वहीं व्यापार का भी विकेंद्रीकरण होगा इससे किसानों में अन्य बेरोजगार युवकों को भी व्यापार करने का स्वतंत्र मौका मिलेगा उन्होंने झबरेड़ा में स्थित कृषि मंडी समिति में धान व गुड़ का कृय विक्रय शुरू करने के लिए सरकार को व्यापारियों का सहयोग करना चाहिए जिस क्षेत्र के किसानों को अपनी उपज का सही मूल्य मिल सके तथा क्षेत्रीय किसान इधर-उधर भटकने से बच सके।