झबरेड़ा::- धान की पराल जलाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का भाकियू क्रांति ने किया स्वागत , धान से अलग दिया जाए किसानों को पराल का मुआवजा


झबरेड़ा। सुप्रीम कोर्ट का धान की पराली जलाने फूंकने से संबंधित आदेश का भारतीय किसान यूनियन क्रांति उत्तराखंड स्वागत करते हुए सरकार से मांग की है कि धान की फसल की एमएसपी निर्धारित मूल्य पर अलग से पुराली का मुआवजा किसानों को दिया जाए।
भारतीय किसान यूनियन क्रांति के प्रदेश अध्यक्ष प्रजापति डॉक्टर सुरेंद्र मनिनवाल ने सुप्रीम कोर्ट के बयान और निर्णय का स्वागत करते हुए कहा है कि सरकार पुराली पर राजनीति न करें और धान की फसल पर प्रति कुंतल पुराली का अतिरिक्त मुआवजा देकर सरकार किसान को ताकत देने का कार्य करें यह समस्या नहीं हो सकती सरकारों पर भड़ास निकालते हुए कहा है कि किसान की पुराली से तो सरकार को दिक्कत है लेकिन अपने फायदे के लिए प्राइवेट कंपनियों को प्लास्टिक जलाने की परमिशन दी जा रही है जिससे प्राइवेट कंपनियां अपना कच्चा माल तैयार करती है उसे बहुत ही दुसित प्रदूषण फैलता है उनसे मिलीभगत व जालसाजी कर एनओसी धड़ाधड़ जारी कर दोहरा चरित्र अपना रही है जिसके खिलाफ जल्दी भारतीय किसान यूनियन क्रांति सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वाली है उन्होंने सरकार को स्वास्थ्य हित में पटाखे छोड़े जाने पर पटाखा फैक्ट्री पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने की मांग की है और कृषक को पुराली पर प्रति क्विंटल के हिसाब से कृषक को अतिरिक्त मुआवजा दिया जाए जिससे कृषक पुराली को जलाना बंद कर देंगे।