झबरेड़ा। ग्राम साबतवाली में भारतीय किसान क्लब की ओर से जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए नर्सरी विकास व गन्ने में कार्बन खेती क्रिया विधि की विस्तृत जानकारी वैज्ञानिकों द्वारा दी गई।
ग्राम साबतवाली में भारतीय किसान क्लब अध्यक्ष चौधरी कटार सिंह द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सीनियर कंसलटेंट वर्ल्ड बैंक में कार्यरत वैज्ञानिक डॉक्टर दुष्यंत बादल ने कहा कि किसानों द्वारा गन्ना नर्सरी तैयार करने के लिए बीज उपचारित करने के बाद ही खेत में बुवाई करनी चाहिए गन्ना बीज को एक आंख के टुकड़ों में काटकर उसको बीज उपचार करना चाहिए इस विधि से बीज का अंकुरण जल्दी होता है तथा पौधा निरोग निकलता है बीज उपचार के लिए कार्बन डा जीम तथा इमीडा कलोपीरिड दवा 1 ग्राम 14 लीटर पानी में घोल आधा घंटा तक बीज उपचारित करने से प्रमुख रोग मिट्टी में उत्पन्न कीट से सुरक्षा प्रदान होती है शीघ्र अंकुरित के लिए 3 ग्राम यूरिया प्रति लीटर पानी तथा कैल्सियम नाइट्रेट 2 ग्राम प्रति लीटर पानी या बुझा हुआ चुना 5 ग्राम प्रति लीटर पानी मिलाकर बीज उपचारित कर बुवाई करने से लाभ होता है चौधरी कटार सिंह ने कहा कि किसानों को जैविक खेती चाहे वह गन्ने की फसल हो गेहूं की या साग सब्जी की फसल हो की ओर ध्यान देना चाहिए जैविक खेती करने से किसानों को उनकी फसल का ऊंचा दाम प्राप्त हो सकेगा इसलिए किसानों को जैविक खेती की ओर ध्यान देकर ही शुद्ध वातावरण में भी सहयोग किया जा सकता है कार्यक्रम में अमित सिंह वर्ल्ड बैंक कृषि सलाहकार राजेंद्र सिंह चौधरी कटार सिंह बालेंद्र सिंह ओंकार रमेश पीतम राजेश मैनपाल भूरा सिंह विकास प्रदीप जग रोशन जयपाल सिंह जयकुमार यशवीर सिंह शेर सिंह जाहिद अहमद साकिब जमशेद व अल्लाह दिया उपस्थित थे कार्यक्रम की अध्यक्षता मामचंद त्यागी द्वारा की गई।