रुड़की। राजपूत महासभा रजिस्टर्ड रुड़की द्वारा महारणबांकुरे हिंदुजा सूर्य मेवाड़धिपति महाराणा प्रताप एवं महा रणबांकुरे बुंदेल केसरी महाराजा छत्रसाल जूदेव के पावन अवतरण दिवस को बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर राजपूत महासभा के अध्यक्ष प्रमोद पुंडीर ने बताया कि सर्ब बिदित है कि परम महापराकृमी दोनों पूज्य महायोद्दायों का अवतरण एक ही दिनांक को हुआ और दोनों ने आतातायी मुगलिया सल्तनत के दांत खट्टे कर दिए। परम पूज्य महाराणा प्रताप ने अकबर के हिंदु जनमानस बिरोधी कुत्सित पृयासों को सफल नहीं होने दिया। वहीं अकबर के तीसरी पीड़ी के मुगल बादशाह औरंगजेब के जबरन हिंदुओं को मुस्लिम बनाने हिंदु संस्कृति व मंदिर नष्ट करने बाले इरादों का डटकर मुकाबला करने बाले बुंदेलकेशरी उत्तर मध्यभारत के शिबाजी कहे जाने बाले महाराजा छत्रशाल जूदेव का अवतरण दिवस एक ही दिनांक को होने से दोनों का जन्मोत्सव सोने में सुहागा हो गया। इस शुभावसर पर राजपूत महासभा रुड़की मे व सभी भारतीय जनमानस की तरफ से दोनों महांरणबांकुरो के चरणों में कोटि कोटि साष्टांग चरण बंदन किया गया।इस अवसर पर संजय सोम, राजकुमार चौहान, पवन पुंडीर , अमित राणा, मनदीप, सुभाष, अनिल राणा, डॉ अमरदीप सिंह आदि मौजूद रहे।