झबरेड़ा। कस्बे व क्षेत्र में महाशिवरात्रि का त्योहार धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया शिव मंदिरों मे अल सुबह से ही शिव भक्तों द्वारा भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक किया जाने लगा सुबह होते होते कस्बे में स्थित शिव मंदिर में शिव भक्तों की लंबी लाइन लग गई।
शनिवार को कस्बा व ग्रामीण क्षेत्र में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया महाशिवरात्रि का त्यौहार फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ व माता पार्वती का विवाह इसी तिथि को संपन्न हुआ था सृष्टि का निर्माण व शुभारंभ भी इसी तिथि से माना जाता है कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को भगवान भोलेनाथ का विवाह माता पार्वती के साथ संपन्न हुआ था जब से ही कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाने लगा था कस्बे में स्थित नंदा वाला बाग प्राचीन शिव मंदिर में अल सुबह से ही शिवलिंग का जलाभिषेक भक्तों द्वारा शुरू कर दिया गया था सुबह होते होते जलाभिषेक करने वालों की मंदिर प्रांगण में लंबी लाइन लग गई शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मंदिर कमेटी के लोगों ने मंदिर में आने जाने वाले भक्तों की व्यवस्था देखी पंडित श्याम कुमार शास्त्री का कहना है कि महाशिवरात्रि पर भगवान भोलेनाथ की सच्चे मन से पूजा अर्चना कर जलाभिषेक में बेलपत्र चढ़ाने मात्र से भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं इस पुण्यतिथि को चारों पहर की पूजा भगवान शिव की करनी चाहिए इससे भगवान शिव प्रसन्न होकर अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करते हैं झबरेड़ा इकबालपुर तथा ग्रामीण क्षेत्र में भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक व पूजा-अर्चना कर भोलेनाथ के भक्तों द्वारा सुख शांति की कामना की गई पूरे क्षेत्र में शांतिपूर्ण महाशिवरात्रि का त्यौहार संपन्न हुआ हुआ।